Buy Books Online, Largest Book Store in India

Shopping Cart 0
₹0.00

Aadhunik Sahitya Aur Sahityekaar (Paperback - 1990)

In stock
SKU
9788126917181_OWN
Special Price ₹72.00 Regular Price ₹80.00

Ships in 1-2 Days! Cheapest Price Guaranteed. Exclusively Distributed by Atlantic All Over India!

About the Book

प्रस्तुत पुस्तक में पच्चीस लेख या निबन्ध संगृहीत हैं, जिनमें आधुनिक युग के प्रमुख साहित्यकारों एवं उनकी महत्त्वपूर्ण कृतियों पर निजी दृष्टिकोण से विचार किया गया है। इसके अन्तर्गत भारतेन्दु हरिश्चन्द्र से लेकर रामधारी सिंह 'दिनकर' तक आधुनिक युग के प्रतिनिधि कवियों एवं प्रमुख नाटककारों, उपन्यासकारों, समीक्षकों आदि का प्रतिनिधित्व हो गया है। इसी प्रकार 'कामायनी', 'उर्वशी', 'गोदान', 'मृगनयनी' जैसी प्रमुख रचनाओं पर भी इसमें लेख हैं।
------अतः यहाँ इतना ही कहना पर्याप्त होगा कि प्रस्तुत कृति में हिन्दी साहित्य के आधुनिक काल की कतिपय महान विभूतियों एवं प्रमुख रचनाओं के कुछ विशिष्ट पक्षों पर ही विचार हो सका है।
प्रस्तुत कृति के अन्तर्गत विभिन्न साहित्यकारों या उनकी रचनाओं के विभिन्न पक्षों का विवेचन-विश्लेषण करते समय तद्विषयक परम्परागत मतों एवं अवधारणाओं का उल्लेख यथोचित रूप में किया गया है, किन्तु साथ ही लेखक ने अपनी दृष्टि एवं निजी अनुभूति को भी आधार बनाया है। अतः इसमें लेखक के निष्कर्ष मौलिक हैं।
अस्तु, इसमें कोई सन्देह नहीं कि इसके द्वारा आधुनिक युग के प्रमुख साहित्यकारों एवं रचनाओं के अध्ययन, विवेचन एवं विश्लेषण की दृष्टि से प्रस्तुत कृति अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है।
About the Authorडॉ॰ गणपतिचन्द्र गुप्त (1928 ई॰) हिन्दी के यशस्वी साहित्यकार एवं समालोचक हैं। आपने क्रमशः पंजाब विश्वविद्यालय में प्रथम श्रेणी में एम॰ए॰ (हिन्दी), पी-एच॰डी॰ एवं डी॰ लिट्॰ की उपाधियाँ प्राप्त कीं। उन्होंने 1964 से 1978 ई॰ तक विभिन्न विश्वविद्यालयों में हिन्दी साहित्य का प्राध्यापन कार्य किया। 1974 ई॰ में पंजाब विश्वविद्यालय-स्नातकोत्तर अध्ययन केन्द्र, रोहतक के निदेशक पद पर प्रतिष्ठित हुए। तदनन्तर 1976 से 1978 ई॰ तक महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक में कुलानुशासक, अधिष्ठाता, भाषा-संकाय आदि पदों पर कार्य किया। 1978 ई॰ से 1984 तक हिमालय प्रदेश-विश्वविद्यालय, शिमला एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र में क्रमशः कुलपति के रूप में कार्य किया।

More Information
ISBN139788126917181
Product NameAadhunik Sahitya Aur Sahityekaar (Paperback - 1990)
Price₹80.00
Original PriceINR 80
AuthorGanpati Chandra
PublisherAtlantic Publishers and Distributors (P) Ltd
Publication Year1990
SubjectHindi Literature
BindingPaperback
LanguageHindi
Pages296
Weight0.160000
Write Your Own Review
You're reviewing:Aadhunik Sahitya Aur Sahityekaar (Paperback - 1990)
Your Rating